वक़्त यूँ ठहरा था ज़िन्दगी में मेरी
मानो सांस थमी सी थी
आ जाती तो ज़िन्दगी
निकल जाती तो मौत
पर वो ठहराव इतना लम्बा था की
उस ठहराव में ही ज़िन्दगी ढूंढता था
सालों ढूंढता रहा पर अब लगता है की
ज़िन्दगी के इंतज़ार में खुशियों की खो दिया
थमी सांस में ज़िन्दगी ही तो मिली थी
सांस निकल गयी और ज़िन्दगी को खो दिया।
मानो सांस थमी सी थी
आ जाती तो ज़िन्दगी
निकल जाती तो मौत
पर वो ठहराव इतना लम्बा था की
उस ठहराव में ही ज़िन्दगी ढूंढता था
सालों ढूंढता रहा पर अब लगता है की
ज़िन्दगी के इंतज़ार में खुशियों की खो दिया
थमी सांस में ज़िन्दगी ही तो मिली थी
सांस निकल गयी और ज़िन्दगी को खो दिया।
ज़िन्दगी के इंतज़ार में खुशियों की खो दिया
जवाब देंहटाएंथमी सांस में ज़िन्दगी ही तो मिली थी
सांस निकल गयी और ज़िन्दगी को खो दिया।
इसी उहापोह में जीवन बीत जाता है.....